About S.G. Khalsa

एस.जी.एन. खालसा शिक्षण संस्थान की नींव एक जुलाई 1981 को सरदार गुरदयाल सिंह व श्रीराम चौधरी ने रखी थी ! प्रारंभ में प्राथमिक विद्यालय के रूप में संस्था का उदय हुआ ! कदम दर कदम बढ़ते हुए उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक एवं महाविध्यालय तक पहुँच गई ! श्री गुरदयाल सिंह, द्वारा लगाया गया यह शिक्षा रूपी पौधा वट वृक्ष का रूप ले चुका है ! एस.जी.एन. खालसा शिक्षण संस्थान में सीनियर हायर सैकंडरी स्कूल, एस.जी.एन. खालसा पीजी महाविद्यालय, एस.जी.एन. खालसा शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय चल रहा है ! आज एस.जी.एन. खालसा शिक्षण संस्थान का नाम पुरे उत्तर भारत में एक प्रमुख संस्था के रूप में उभर चुका है ! आज जब भी शिक्षा की बात आती है तो खालसा शिक्षण संस्था का नाम प्रमुखता लिया जाता है ! शिक्षण संस्थान में पढाई के लिए उपयुक्त माहौल होने के कारण प्रत्येक वर्ष संस्थान के बच्चे हर परीक्षा में सफलता के सौपान तय कर रहे है ! इस विद्यालय में अध्ययन करके हजारों छात्रों का चयन सैनिक स्कूल में हो चुका है ! प्राथमिक विद्यालय से शुरू हुई संस्था आज हायर एज्युकेशन के रूप में आगे बढ़ चुकी है ! यह संस्थापक सरदार गुरदयाल सिंह व श्रीराम चौधरी की अथक मेहनत का परिणाम है ! इनकी मेहनत से ही शिक्षण संस्थान के रूप में क्षेत्र में एस.जी.एन. खालसा स्कूल एवं कॉलेज का नाम चल रहा है !
         इस शिक्षण संस्थान से सैंकड़ों विद्यार्थी सैनिक सेवा में चयनित हो चुके है ! लगभग 200 विद्यार्थी सैनिक सेवा के महत्वपूर्ण पदों पर नेवी, आर्मी व एयर फोर्स में नियुक्त होकर राष्ट्र की सेवा कर रहें है ! सैनिक स्कूल चित्तौड़ के वर्तमान रजिस्ट्रार कैप्टन सिंह ढिल भी इस विद्यालय के छात्र रहे हैं ! जो इस विद्यालय के लिए ही नही अपितु पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है ! खालसा शिक्षण संस्थान में शिक्षा प्राप्त कर दर्जनों स्टूडेंट्स चिकत्सा क्षेत्र में सफलतापूर्वक चिकित्सा सेवा कर रहे है ! खेल के क्षेत्र में भी लहराया परचम खेल जगत में भी सैंकड़ों प्रतिभाएं इस विद्यालय से उभरी है ! भारत की अंडर टवेंटी क्रिकेट टीम में वर्तमान में अभिमन्युं लांबा भारत की क्रिकेट टीम के सदस्य है जो वर्तमान में इसी महाविद्यालय के छात्र है ! अभिमन्यु लांबा ने कई देशों में क्रिकेट की अच्छी पारी खेलकर भारत का नाम रोशन किया है और देश की टीम को विजय दिलाने में उनका प्रमुख योगदान रहा है ! कबड्डी, हॉकी, तीरंदाजी सहित अन्य खेलों में भी इस शिक्षण संस्थान के दर्जनों खिलाडियों ने गोल्ड मेडल, सिल्वर मेडल व कांस्य मेडल जीते है ! विद्यार्थियों ने राजनितिक क्षेत्र में भी बढ़ाए कदम राजनितिक क्षेत्र में भी इस विद्यालय ने कई अच्छे नेता राज्य को दिए है ! कांग्रेस सर्कार में खेल एवं युवा बोर्ड चेयरमैन रह चुके पवन गोदारा भी इसी शिक्षण संस्थान के छात्र रह चुके है !

अध्ययन के बाद संभाली इसी संस्थान की कमान : गौरवपूर्ण बात है की इस वर्तमान में इस शिक्षण संस्थान का इसी विद्यालय के छात्र रहे मलकीत सिंह मान व आकाशदीप सिंह बराड संचालन मंडल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है ! वर्तमान चेयरमैन आकाशदीप सिंह बराड ने इसी संस्था से अध्ययन किया था ! शिक्षा पूर्ण होने के बाद वे आज इस शिक्षण संस्थान के चेयरमैन के पद पर कार्यरत है ! मलकीत सिंह मान ने भी इसी संस्थान में शिक्षा प्राप्त की और आज इसी संस्थान के डायरेक्टर पद पर कार्य कर रहे है ! संस्था के संस्थापक सदस्यों, मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों, स्टाफ व छात्र-छात्राओं का इस संस्थान के प्रति पूरण निष्ठा व विश्वास 36 वर्षों से बना हुआ है ! संस्था के प्रति पूर्ण निष्ठा व समर्पित भावना के कारण ही संस्था चहुंमुखी विकास कर रही है ! इस संस्था में प्रवेश के समय ही छात्र-छात्राओं को पूर्ण विश्वास हो जाता है की अब कामयाबी की मंजिल अवश्य मिलेगी ! आज यह संस्था सफलता का पर्याय बन चुकी है ! सफलता ही इस संस्थान की पहचान है !

सर्वश्रेष्ठ रहता है परीक्षा का परिणाम : एसजीएन खालसा शिक्षण संस्थान का पिछले 36 वर्षों से परीक्षा परिणाम सर्वश्रेठ रहता है ! आठवीं, दसवीं व 12वीं कक्षा की मैरिट में भी विद्यार्थी संस्थान प्राप्त करते है एवं कॉलेज स्तर पर प्रत्येक वर्ष स्नातक तथा स्नातकोत्तर संकायों का परीक्षा परिणाम भी उल्लेखनीय रहा है !